Sattu Ka Paratha Recipe | सत्तू का पराठा
सत्तू का पराठा, सत्तू से बनने वाले सबसे अच्छे व्यंजनों में से एक है। ये मसालेदार होते हुए भी पौष्टिक और पाचक होता है। सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)खाने के बाद आपको कुछ और खाने की जरूरत नहीं होती है। सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)आप अचार या बैंगन के भर्ता के साथ खा सकते हैं। तमाम दूसरे भरवा पराठों से सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)अलग है। इसमें फिलिंग के लिए सब्जी के बजाय अनाज का ही इस्तेमाल होता है। आखिर सत्तू के पराठा का सत्तू चना से ही तो बनता है।
हम लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश का हिस्सा हैं। और गांव भी हमारा अक्सर आना जाना होता था। इसलिए बचपन से सत्तू हमारे खानपान का हिस्सा रहा है। गर्मी की छुट्टियों में जब हम गांव जाते तो अक्सर सुबह के नाश्ते में सत्तू से बने आइटम मिल जाते । कभी सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)होता , कभी सत्तू नमकीन सत्तू की लिट्टियां, कभी मीठे सत्तू का गाढ़ा शर्बत तो कभी मसालेदार सत्तू का ड्रिंक। सत्तू के साथ अच्छी बात ये होती है कि इसके खाने के बाद खूब प्यास लगती है। हमें याद है सत्तू खाने के एक दो घंटे बाद तक पानी पीने का सिलसिला ही चलता रहता है। दरअसल सत्तू में पानी को सोखने की गजब की क्षमता होती है। सत्तू में गेंहू के आटे से दोगुना पानी लग जाता है। और इसीलिए सत्तू खाने के बाद खूब प्यास लगती है।
हालांकि अगर आपने सत्तू का सेवन किया है तो गर्मी में लू लगने की संभावना करीब करीब खत्म हो जाती है। क्योंकि सत्तू तेज गर्मी में भी डिहाइड्रेशन नहीं होने देता है। सत्तू फाइबर से भरपूर होता है इसलिए ये आसानी से पच भी जाता है। सत्तू की ना जाने कितनी खूबियां हैं। चना से बना है इसलिए इसमें प्रोटीन भरपूर होता है। सत्तू का सेवन करने के लिए इसे पकाने की जरूरत नहीं होती है क्योंकि ये भुने हुए चना से ही बनता है। दरअसल इससे ज्यादा शानदार फास्ट फूड कोई है ही नहीं।
सत्तू को आप रख लीजिए महीनों तक खराब नहीं होगा। जब मन करे सत्तू में पानी डालिए, नमक, नींबू और पिसी मिर्च मिलाइए और बस पी जाइए। दो गिलास नमकीन सत्तू लेने के बाद और कुछ खाने की जरूरत नहीं रह जाएगी। पुराने जमाने में लबीं यात्रा में लोग सत्तू ही बांध कर ले जाते थे। क्योंकि अगर साथ में सत्तू और नमक है तो बस पानी मिलते ही पेट भरा जा सकता है। खैर अब तो इसकी जरूरत नहीं है। अब आप कहीं भी जाएं खाने की चीजें मिल जाती हैं।
बिहार के मशहूर लिट्टी चोखा की लिट्टी में भी सत्तू की ही फिलिंग होती है। बिहार में तो आप गर्मियों में आम के पना के साथ-साथ नमकीन और ठंडे सत्तू को भी हर बडे़ चौराहे पर पा सकते हैं।
सत्तू का लड्डू भी बेसन के लड्डू की तरह ही शानदार होता है। हमारे सास-ससुर को सत्तू बेहद पसंद है । वे हमेश घर में सत्तू रखते हैं। उन दोनों को डायबिटीज है ऐसे में सत्तू उनके लिए बढ़िया नाश्ता हो जाता है।
सत्तू मूल रूप से चने से ही बनता है। चने को पहले भून लिया जाता है। उसके छिलके निकाल दिए जाते हैं और फिर पीस लिया जाता है। बस कभी भी खाने के लिए सत्तू तैयार है। हमारे इलाहाबाद में सत्तू थोड़ा अलग तरीके से बनाया जाता है। इसमें भुने हुए चने के अलावा भुने हुए जौ का भी इस्तेमाल होता है। भुने हुए चने और जौ के बीच तीन और एक का अनुपात होता है। फिर इन दोनों को एक साथ पीस लिया जाता है। जौ का आटा मिलाने से इसमें जौ की खूबी भी आ जाती हैं। जौ फाइबर से भरपूर अनाज है और आजकल मल्टीग्रेन आटे में इसे मिलाया जाता है।
वैसे सत्तू आजकल देश के हर हिस्से में मिल जाता है। लेकिन अगर दिक्कत हो रही है तो भुना हुआ चना खरीद लाइए और इसे मिक्सर में पीस लीजिए।
सत्तू के पराठा में फिलिंग सत्तू से तैयार होती है। इसमें सत्तू के अलावा तरह-तरह के मसाले डालकर स्वादिष्ट फिलिंग बनाई जाती है। सत्तू की फिलिंग अच्छी बन गई तो समझिए का आपका सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)अच्छा बनेगा ही। आइए देखते हैं सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)बनाने के लिए किन-किन चीजों की जरूरत होती है।
सत्तू का पराठा के लिए सामग्री
गेहूं आटा 200 ग्राम
सत्तू 100 ग्राम
प्याज 1
लहसुन 4 कली
अदरक एक इंच
धनिया की पत्ती 2 बाद चम्मच
हरा मिर्च 2
आमचूर एक चम्मच
जीरा एक चम्मच
दालचीनी एक चम्मच
अजवाइन एक चम्मच
घी 2 बड़ा चम्मच
सत्तू का पराठा कैसे बनाएं
गेहूं के आटे को चाल कर उसमें एक छोटा चम्मच घी डाल दें। आटे में एक चुटकी नमक और एक चम्मच अजवाइन भी डाल दें।
अब गेहूं के आटे को पानी डालकर गूंथ लें। सत्तू के पराठा के लिए आटा ना तो ज्यादा सख्त होना चाहिए ना ही नरम। आटो को १० मिनट के लिए ढक कर रख दें।
इस बीच में सत्तू के पराठे (Sattu Ke Parathe) के लिए फिलिंग की तैयारी कर लीजिए।
प्याज को महीन काट लें। अदरक को कद्दूकस कर लें। लहसुन को कूट लें या फिर कद्दूकस कर लें। हरी धनिया और हरी मिर्च को भी महीन काट लें। जीरा को भून कर पीस लें। दालचीनी को भी पीस लें।
सत्तू को चाल लें। सत्तू में घिसा हुआ अदरक,घिसा हुआ लहसुन, हरी धनिया, हरी मिर्च, नमक, आमचूर, जीरा, अजवाइन और दालचीनी पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दें।
गेहूं के आटे की लोई बनाकर उसे चपटे आकार में थोड़ी बड़ी सी कर लें। अब इस लोई में करीब दो चम्मच सत्तू का मिश्रण भरकर लोई का मुँह बंद कर दें।
एक बार फिर लोई को हल्के हाथों से गोल आकार में बेल लें।
तवा के मीडियम आंच पर गर्म करके सत्तू के पराठे (Sattu Ke Parathe) को उसके ऊपर डाल दें।
एक तरफ पराठा हल्का से सिंक जाए तो इसे पलटकर घी लगा दें। इसी तरह दूसरी तरफ भी पलटकर घी लगा दें। अब पराठे को उलट-पुलट कर लाल रंग के चकते आने तक सेंक लें
लीजिए आपका लजीज सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)तैयार है। सत्तू के पराठे (Sattu Ke Parathe) को बैंगन के भरता के साथ खाइए।
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