
Author: indiangagets
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दाल पूड़ी बनाने की विधि
दोस्तों आज हम आपको विंध्य की मशहूर दाल पूड़ी बनाने की विधि बता रहे हैं , जिसे खाकर आप अपनी उंगलियां चाटते रह जायेगे , तो आइये दोस्तों सीखते है दाल पूड़ी कैसे बनाई जाती है ।१०० ग्राम छिलका रहित चना की दाल ,२०० ग्राम गेहूं का आंटा ,आधा टी स्पून जीरा ,एक हरी मिर्ची ,चुटकी भर हींग, ४ से ५ डोंडा, आधा टी स्पून काली मिर्च ,आधा छोटा चम्मच गरम मसाला ,आधा छोटा चम्मच हल्दी ,आधा छोटा चम्मच पिसीधनिया , आधा छोटा चम्मच नमक ,मीठा तेल १०० ग्राम,दाल को धोकर के लगभग १२ घंटे के लिए आधा लीटर पानी में फुला दें , फिर उसको पानी से अलग करके दूसरे साफ़ पानी में धो लें , अब कड़ाही में एक छोटा चम्मच तेल डालकर उसमे हींग चुटकी भर , आधा चम्मच जीरा एक हरी कटी मिर्ची ये सब डालकर इसे लाल होने तक भूंज ले , अब चने की दाल को उसमे डाल दे , और लगभग ५ मिनिट तक भूंज ले , अब इसमें एक कप पानी डालकर ढँक दे और धीमी आंच में पकने दे , जब दाल पक जाए तो गैस बंद कर दे , अब इसके बाद इस दाल को ठंडा करके मिक्सी या सिल बट्टे में पीस लें , इसके बाद तैयार पेस्ट में आधा चम्मच हल्दी , आधा चम्मच पिसी धनिया , आधा चम्मच गरम मसाला , आधा चम्मच नमक मिला ले , इसके बाद ५ डोडा का दाना निकाल ले और आधा चम्मच काली मिर्च के साथ पीस ले , और इन्हे भी दाल में डाल दें , अब थोड़ा सा हरी धनिया पत्ती भी इसमें काटकर कर दाल दे , अब इन सब का अच्छे से मिश्रण तैयार कर दे , इसके बाद २०० ग्राम गेहूं के आंटा में लगभग दो छोटे चम्मच तेल , आधा चम्मच नमक मिलाकर अच्छे से पानी के साथ गूंद लो , इसके बाद इसकी टिकिया के बीच दाल का मिश्रण भर कर आराम से बेलन से बेल लो , और गरम तबे में तेल के साथ तल लो पराठे की तरह , तो दोस्तों तैयार है आपके खाने के लिए दाल पूड़ी , इसे आप आम रस के साथ , या अमावट (आमपापड ) के घोल के साथ या फिर गुराम ये एक पारम्परिक डिश है उसके साथ भी खा सकते हैं गुराम बनाने की विधि भी हम नीचे बता रहे हैंकृपया आप उसे नोट कर ले ।५० ग्राम गेहूं का आंटा ,५ टुकड़े सूखे आम की अमकरिया ,घी दो चम्मच ,जीरा आधा चम्मच ,५० ग्राम शक्कर ,२ इलाइची का पाउडर ,गुराम बनाने की विधिअब अमकरिया को धो के कड़ाही में आधा चम्मच घी डालकर उसमे जीरा डालकर अमकरिया को भूंज लो , इसके बाद अमकरिया को अलग बर्तन में निकाल लो , अब कड़ाही में लगभग दो चम्मच घी डालकर आंटा को अच्छी तरह से भूंज लो , जब आंटा भूजकर लाल हो जाए तो गैस बंद कर दो , इसके बाद उसमे थोड़ा थोड़ा पानी डालकर चम्मच से घुमाओ और घोल तैयार करो , जब घोल तैयार हो जाये गैस को धीमी आंच में चालू कर दो , इसके बाद जो भुंजी अमकरिया रखी है वो डाल दो , २ इलाइची का पाउडर , और ५० ग्राम शक्कर डाल दो , और उसे चलाते रहो ताकि उसमे आंटे की गुल्थी न बधने पाए और जब अच्छी तरह से पक जाए तो गैस बंद करके उसे दूसरे बर्तन में रख लो । तो दोस्तों तैयार है आपका गुराम गरमा गरम डाल पूड़ी के साथ खाने के लिए ।Welcome to my Blog Food Lovers -
सिंघाड़े के आटे का हलवा singhade ka halwa
दोस्तों आज हम सिंघाड़े के आटे का हलवा बनाना सीखेंगे जो की बनाने में बेहद आसान और खाने में बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक है , ये फलाहार के अंतर्गत आता है अर्थात आप वृत और उपवास में इसे बड़े आराम से खा सकते हैं , विंध्य में इसे काची के नाम से जाना जाता है , और ख़ास पकवानो में गिना जाता है । तो आइये दोस्तों सीखते हैं की सिंघाड़े के आटे का हलवा कैसे बनाये इसके लिए आवश्यक सामग्री नीचे दी गयी है कृपया उसे नोट कर ले ।आवश्यक सामग्री
१०० ग्राम सिंघाड़ा का आटा,५० ग्राम शक्कर ,२५ ग्राम घी ,१० ग्राम काजू ,१० ग्राम किस मिस ,१० ग्राम बादाम ,चार चिरोंजी १० ग्राम ,इलाइची पाउडर छोटा आधा चम्मच ,सिंघाड़े के आटे का हलवा बनाने की विधि ,
सर्वप्रथम धीमी आंच में चूल्हे पर कड़ाही में २५ ग्राम घी डालकर सिंघाड़े के आटे को गोल्डन ब्राउन होने तक भूजो , इसके बाद सिंघाड़े के आटे को अलग कर दो , फिर काजू बादाम को छोटे छोटे टकड़ों में काट लो इसके बाद कड़ाही में लगभग एक छोटा चम्मच घी डालकर काजू , बादाम चारचिरोजी और किसमिस को २ मिनिट तक धीमी आंच में गोल्डन ब्राउन होने तक भूँजो , इसके बाद इसमें भूंजा हुआ सिंघाड़े का आटा डाल दो , अब इसमें थोड़ा थोड़ा पानी डालकर पेस्ट को चम्मच से चलाते रहिये ताकि इसमें गुल्थियाँ न बधने पाए , अब इसमें ५० ग्राम शक्कर डाले और इसमें लगभग २०० ग्राम पानी डाले और धीमी आंच में पकाएं , जब घोल गाढ़ा हो जाए गैस से उतार ले , अब एक थाली में घी की पतली परत लगाकर घोल को फैला दें , अब इसके ऊपर इलाइची पाउडर छिड़क दे और कुछ काजू बादाम के टुकड़े चारचीरोंजी और किस मिस ऊपर से डालकर हल्का सा हथेली से प्रेस कर दे , अब इसे ५ से १० मिनिट तक ठंडा होने दे , ठंडा होने के बाद इसे बर्फी की तरह टुकड़ों में काट ले , और दूध के साथ खाएं ।Welcome to my Blog Food Lovers -
शकरकंद का हलवा बनाने की विधि
शकरकंद का हलवा बनाने की विधि , दोस्तों नवरात्री आरम्भ है और हर घर में लग भग एक या दो फलाहारी व्यक्ति है जो नवरात्री का वृत धारण करते हैं , नवरात्रि के व्रतधारियों के लिए हम लेकर आये हैं शकरकंद का हलवा , जिसे बनाना बहुत कठिन नहीं है , और सेहत की दृष्टि से भी शकरकंद वैसे भी बेहद लाभकारी है , हज़म होने में भी हल्का है , तो आइये दोस्तों सीखते हैं शकरकंद का हलवा बनाना इसे बनाने के लिए सामग्री लिखी हुए हैं जिसे आप नोट कर ले ,शकरकंद का हलवा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री,
आधा किलो शकरकंद ,एक बड़ा चम्मच घी ,५० ग्राम शक्कर ,१० ग्राम काजू ,१० ग्राम किस मिस ,१० ग्राम बादाम ,चार चिरोंजी १० ग्राम ,इलाइची पाउडर छोटा आधा चम्मच ,शकरकंद का हलवा बनाने की विधि ,
सबसे पहले आधा किलो शकरकंद को अच्छे से साफ़ करके , कुकर में लगभग ३ पाँव पानी डाल कर उसमे शकरकंद को ५ सीटी में उबाल लो , उबलने के बाद ठंडा करके छील लो , छीलने के बाद इसे अच्छे से मसल लो , इसके बाद धीमी आंच में काजू बादाम को छोटे छोटे टकड़ों में काट लो इसके बाद कड़ाही मेंलगभग एक बड़ा चम्मच घी डालकर काजू , बादाम चारचिरोजी और किसमिस को २ मिनिट तक धीमी आंच में गोल्डन ब्राउन होने तक भूँजो , अब इसे अलग करके रख लो , अब इस घी में मसला हुआ शकरकंद डालो और गोल्डन ब्राउन होने तक धीमी आंच में भूँजो इसके बाद ५० ग्राम शक्कर डालकर धीमी आंच में चलाते रहो जब शक्कर घुल जाए तो इसमें ,तला हुआ मेवा काजू बादाम चार चिरोंजी , और किसमिस डालकर गैस बंद कर दें , और इन्हे मिला दे , अब इसमें आधा छोटा चम्मच पिसा हुआ इलाइची पाउडर डालकर अच्छे से मिला दे , अब इसे एक साफ़ डोंगा में निकाल ले , इस तरह अब आपके खाने के लिए बेहद लाभकारी और स्वादिष्ट शकरकंद का हलवा तैयार हो गया है ।Welcome to my Blog Food Lovers -
घर पर बनाएं स्वादिष्ट राजगिरा हलवा
ऐसे में कुछ भक्त फलाहारी व्रत,तो कुछ निर्जला उपवास रखकर मां को प्रसन्न करते हैं, ऐसे में आज हम फलाहारी रेसिपी में स्वादिष्ट राजगीरा हलवा बनाने की विधि बता रहे हैं, राजगीरा हलवा बनाने के लिए आपको सामग्री में 1 कप राजगिरा का आटा,1 कप शक्कर,आधा कप देसी घी,आधा टीस्पून इलायची पाउडर 1 कप दूध, थोड़े-से ड्रायफ्रूट्स (बारीक कटे हुए) की आवश्यकता होगी।
भक्त गुजरात में गरबा और डांडिया खेलकर, तो पश्चिम बंगाल में सिंदूर खेला खेलकर 9 दिनों तक मां के आगमन की खुशियां मनाते हैं। इसलिए हम नवरात्रि 2019 के खास अवसर पर नवरात्रि रेसिपी में आपके लिए लेकर आए हैं राजगीरा हलवा रेसिपी। आइए जानते हैं घर में राजगीरा हलवा कैसे बनाएं (Rajgira Halwa Recipe) …
राजगिरा हलवा रेसिपी सामग्री (Rajgira Halwa Recipe Ingredients)
1 कप राजगिरा का आटा
1 कप शक्कर
आधा कप देसी घी
आधा टीस्पूून इलायची पाउडर
1 कप दूध
थोड़े-से ड्रायफ्रूट्स (बारीक कटे हुए)
राजगिरा हलवा रेसिपी विधि (Rajgira Halwa Recipe Process)
1. राजगिरा हलवा बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाही में घी गर्म करें।
2. इसके बाद उसमें राजगिरी का आटा धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भून लें।
3. राजगिरी के आटे के भुनने के बाद उसमें चलाते हुए धीरे-धीरे दूध और पानी डालकर कुछ देर पकाएं।
4. जब राजगिरी का हलवा गाढ़ा होने लगे, तो उसमें चीनी और इलायची पाउडर डालकर मिक्स करते हुए कुछ देर और पकाएं।
5. अब तैयार फलाहारी राजगिरा के हलवे को प्लेट या बॉउल में निकालें और पहले से कटे हुए ड्राई फ्रूट्स से गॉर्निश करें और गर्मागर्म सर्व करें।Welcome to my Blog Food Lovers -
फलाहारी ढोकला बनाने की विधि
नवरात्रि नौ दिनों तक चलने वाला मां भगवती का त्योहार है, इस बार 29 सितंबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, ऐसे में आज हम नवरात्रि रेसिपी में आपके व्रत को खोलने के लिए फलाहारी ढोकला रेसिपी लेकर आएं हैं, फलाहारी ढोकला बनाने के लिए आपको सामग्री में ¾ कप समा के चावल,1 कप खट्टा दही,1 टी स्पून अदरक पेस्ट,स्वादानुसार हरी मिर्च का पेस्ट,1 टी स्पून सेंधा नमक,2 टी स्पून तेल या घी,2 सूखी साबुत लाल मिर्च,6-7 कढ़ी पत्ता,1 टी स्पून जीरा,नारियल, कद्दूकस,(गार्निशिंग के लिए) ताज़ा हरा धनिया की आवश्यकता होगी।
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(Navratri special thali recipe in hindi) नवरात्री स्पेशल थाली
सामग्री
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सामा चावल डोसा
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-1 कप सामा आटा
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1 छोटा चम्मच नमक
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1 कप
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भरावन
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2 उबाले आलू (मसले हुए )
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1 छोटा चम्मच जीरा
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1-2 छोटा चम्मच अदरक और हरी मिर्च पेस्ट
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सेंधा नमक स्वादानुसार
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5-6 करी पत्ता
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2 छोटा चम्मच घी
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चटनी
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आधा कप नारियल
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50 ग्राम भुनी हुइ मूंगफली
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2 छोटा चम्मच अदरक और हरी मिर्च पेस्ट
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सेंधा नमक स्वादानुसार
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1-1 छोटा चम्मच चीनी, दही
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आलू तरी
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4 उबालेआलू
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2 छोटा चम्मच अदरक और हरी मिर्च पेस्ट
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3-4 टमाटर पेस्ट
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1 छोटा चम्मच जीरा
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घी तलने के लिए
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सेंधा नमक स्वादानुसार
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2 छोटा चम्मच धनीया पाउडर
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कटा हुआ हरा धनिया 2-3 छोटा चम्मच
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काली मिर्च स्वादानुसार
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सामा की खीर
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दूध फुल क्रीम 1 लीटर
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चीनी स्वादानुसार
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100 ग्राम भीगा समां चावल
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मिक्स सूखे मेवे पाउडर
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इलायची पाउडर 1 छोटे छोटा चम्मच
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तरीका
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सामा आटा, सेंधा नमक, पानी डाल गाढ़ा पेस्ट बना ले 1-2 घंटे के लिए रखे
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चटनी की सारी सामग्री ले चटनी बना ले
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अब एक पैन में घी डाले जीरा करी पत्ता अदरक और मिर्च पेस्ट डाल भुने आलू और नमक डाल कर 3-4 मिनट्स भुने और हरा धनिया डाल मिलाये गैस बंद कर दे
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अब एक पैन में घी डाले और करी पत्ता और अदरक पेस्ट डाले 2 मिनिट भुने मसाले डाल कर टमाटर पेस्ट डाले तब तक भुने जब तक मसाला घी छोड़ने लगे अब इसमें आलू को किस कर डाले थोड़ा पानी डाले पकाएं जब सब्जी बन जाये गर्म मसाला और आमचूर पाउडर दाल 2 मिनीट और पकाएं
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हरा धनिया से सजाये
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अब नॉन स्टिक तवा पर डोसा बनाएं
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कुछ ऐसे
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डोसा तैयार है
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खीर के लिए दूध उबलने रखे उबाले आने के बाद चावल मिलाये धीमे गैस पर ठीक होने तक पकाये जब कलर बदलने लगे चीनी मिलाये 8-10 मिनिट और पकाएं इलायची पाउडर सूखे मेवे पाउडर से सजायेतैयार है आपकी फ़ास्ट स्पेशल थाली
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दाल मखनी रेसिपी (बनाने की विधि)
दाल मखनी एक बहुत ही स्वादिष्ट और लाजवाब दाल है। वैसे तो ये एक पंजाबी दाल है पर आज आप किसी भी जगह चले जाइए हर जगह की स्पेशलिटी आपको दाल मखनी ही मिलेगी। जितना क्रीमी और बटरी इसका स्वाद होता है उतनी ही आसानी से इसे बनाया जा सकता है। आजकल सिर्फ बच्चे ही नही बड़े भी दाल खाने मे बहुत नखरे करते है पर यह एक ऐसी दाल है जिसको शायद ही कोई ना करे क्योंकि इसका स्वाद ही बहुत लजीज होता है जो सबके मन को आसानी से लुभा लेता है। जो इस दाल को एक बार खाता है ये तो पक्का है वो दोबारा इसकी फरमाईश जरूर रखेगा। दाल मखनी मे जितना माखन और बटर डलता है इसका स्वाद उतना ही लाजवाब हो जाता है। ये स्वादिष्ट होने के साथ साथ बहुत पोष्टिक भी है और हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक भी है। कुछ लोगो को लगता है की ये डिश सिर्फ बाहर रेस्टोरेंट और होटल्स मे ही अच्छी मिलती है पर ऐसा नहीं है। अगर आप चाहे तो उसे भी अच्छी खुद अपने हाथो से बना सकते है। है ये जरूर है की कई बार गलती हो जाती है पर ये भी पक्का है की एक ना एक दिन स्वादिष्ठ और लाजवाब जरूर बनेगी। नीचे दी गई विधि के अनुसार बहुत ही कम समय मे रेस्टोरेंट से भी अच्छी दाल बनाई जा सकती है।दाल मखनी बनने का समय
दाल मखनी बनाने मे ३०-३५ मिनट का समय लगता है। इसकी सामग्री तैयार करने मे १५ मिनट का समय लगता है।सदस्यो के अनुसार
ऊपर दी गई विधि की मात्रा के अनुसार ये दाल मखनी ४-५ लोगो के लिए काफी है। अगर आप चाहे तो सामग्री की मात्रा सदस्यो के अनुसार बढ़ा सकते है।दाल मखनी रेसिपी | Dal Makhani Recipeदाल मखनी को गरम नान, रोटी, पराठो और चावल के साथ भी खाया जाता है। आप चाहे तो राजमा के साथ इसमें चने भी डाल सकते है और मक्खन की जगह क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकते है।Course Main DishCuisine Indian, PunjabiPrep Time 15 minutesCook Time 35 minutesTotal Time 50 minutesServings 5 peopleसामग्री500 gm काले साबुत उरद50 gm राजमा1/4 टी स्पून खाना सोडा3 टमाटर3-4 हरी मिर्च1 टुकड़ा अदरक3-4 टी स्पून मक्खन2 टी स्पून देशी घी1-2 टुकड़े हींग1-2 टी स्पून जीरा1/4 टी स्पून मेथी1/4 टी स्पून हल्दी पाउडर1/4 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर1/4 टी स्पून गरम मसालानमक स्वादानुसारबनाने की विधि – How to make दाल मखनी रेसिपी | Dal Makhani Recipeसबसे पहले जिस दिन आपको दाल मखनी बनानी है उसे एक रात पहले राजमा और उडद को पानी मे भिगोकर रख दे।अगले दिन जब आपको दाल मखनी बनानी है उस भीगे हुए राजमा उडद को साफ पानी से अच्छे से धो ले। अब उसे कुकर मे डाले चाहे तो थोड़ा नमक भी डाल सकते है उसमे आवश्यकता अनुसार पानी डाले और कुकर को गैस पर रख दे।जब सिटी आजाए तो प्रेशर निकलने के बाद कुकर खोले और देखे उडद राजमा अच्छे से पके है या नहीं ये भी देख ले की वो नरम हो गए हो हल्का सा मसल दे।इतना करने के बाद एक कढ़ाई ले उसमे तेल डालकर उसमे जीरा डाले जब वो गरम हो जाए तब उसमे प्याज़ डालकर भूने जब उसका रंग हल्का सुन्हेरा हो जाए तब उसमे अदरक लहसून हरी मिर्च आदि डालकर भूने। जब भून जाए तब उसमे हल्दी, धनिया, नमक, गरम मसाला डाले और भुने।अब सारे मसलो को अच्छे से मिलाए और उसमे टमाटर डाले तब तक भुने जब तक टमाटर गल ना जाए। जब टमाटर गल जाए और मिश्रण अच्छे से भून जाए तब उसमे उबले हुए उडद और राजमा डाल दे।अब इस मिश्रण मे थोड़ा सा पानी डाले और पकाए। जब थोड़ा पक जाए तब इसमें बटर या क्रीम डाले और अच्छे से मिलाए। कुछ देर ऐसे ही छोड़ने के बाद गैस बंद करदे। आपकी गरमा गरम दाल मखनी तैयार है।Welcome to my Blog Food Lovers -
व्रत का खाना रेसिपी (बनाने की विधि)
Vrat ka Khana (व्रत का खाना) – रेसिपी, नियम, पूजा विधि और तरीके व्रत ज्यादातर सभी लोग रखते है। जैसा की अभी कुछ ही दिनों में नवरात्रे शुरू हो रहे है तो सभी को जानने की जरुरत है की व्रत के समय में क्या खा सकते है और वो कौन से व्यंजन है जो आसानी से बन भी जाते है। व्रत में जरुरी होता है बिना अनाज वाला खाना खाये और इस बात का भी ध्यान रखना की आपका खाना शुद्ध हो। व्रत में प्याज़, लहसुन का भी परहेज करना होता है तो केवल फलहार का आहार ही ग्रहण करे और अपने व्रत को पूर्ण करे। व्रत में केवल शुद्ध और शाकाहारी भोजन ही खाया जाता है। कुछ लोग तो केवल शाम के समय ही भोजन करते है लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी है जो दिन में भी एक बार कुछ ‘खा लेते है। व्रत में सभी लोग अलग अलग तरह के पकवान और खाना बनाते है। आज हम आपके लिए लाये है कुछ ऐसे व्यंजन जिन्हें आप नवरात्री में और अन्य व्रत के समय बना सकते है। इन्हें आप खुद भी खा सकते और अपने परिवार के बाकि सदस्यो को भी खिलाकर खुश कर सकते है। नीचे दिए गए व्यंजनों को देखे और अपने आने वाले व्रत को अच्छे से पूरा करे।व्रत में खाया जाने वाला खानाव्रत का कहना – रेसिपी, नियम, पूजा विधि और तरीके - साबूदाना खिचड़ी– व्रत के समय में खाने वाला सबसे स्वादिष्ट व्यंजन है साबूदाना खिचड़ी। इससे शरीर को ताकत भी मिलती और इसे खाने के बाद कोई भी व्यक्ति पुरे दिन बिना कुछ खाये रह सकता है। जो लोग व्रत में नमक के पदार्थ का सेवन कर लेते है उनके लिए साबूदाना खिचड़ी बहुत फायदेमंद है। इसे बनाने में भी ज्यादा समय नही लगता। व्रत के समय आपके घर कोई आ जाए तो आप उसे बनाकर खिला सकते है।
- आलू टिक्की – आलू टिक्की आप वैसे तो कई बार खाते होंगे लेकिन इसमें व्रत वाले नमक का इस्तेमाल कर के आप इसे अपने व्रत में खा सकते है। आलू टिक्की को बनाना बहुत ही आसान है। इसमें ज्यादा सामग्री नही लगती है तो आपको ज्यादा समय भी नही लगेगा। आलू टिक्की को आप दही या व्रत के नमक से बनी चटनी के साथ खा सकते है आपको स्वाद भी अच्छा लगेगा और आप शौक से भी खाएंगे।
- कुट्टू की पूरी – ज्यादातर व्रत ऐसे होते है जिनमे आप अनाज नही खा सकते तो उनमे आप कुट्टू से बनी चीज़े खा सकते है। जिनमे से एक सबसे आसान और स्वादिष्ट व्यंजन है कुट्टू की पूरी। इसे आप कुट्टू के आटे की मदद से बना सकते है। इसे बनाना थोड़ा सा मुश्किल जरूर है लेकिन इसका स्वाद बहुत ही अच्छा होता है तो इसे सभी शौक से और पेट भरकर खाते है। पूरा दिन व्रत रखने के बाद लगता है शाम को कुछ पेट भरने जैसा मिल जाए तो उसके लिए कुट्टू की पूरी बेस्ट है इसे आप दही या सब्ज़ी के साथ खा सकते है।
- मखानों की खीर – मखाने, दूध और अन्य मेवा डालकर बनाई गई यह खीर बहुत ही स्वादिष्ट होती है। जो लोग नमक का सेवन नहीं करते वो इसे बनाकर खा सकते और अपने घर के बाकि सदस्यो को भी खिला सकते है। मखाने की खीर का स्वाद बहुत ही लाजवाब होता है। बच्चे, बड़े सभी इसे बड़े चाव से खाते है। मखाने की खीर बनाने के लिए आपको पहले मखानों को तलना पड़ता है। उसके बाद दूध को पकाकर उसमे सभी सामग्री डाले आपकी स्वादिष्ट मखाने की खीर तैयार है। मीठे में यह सबसे बेस्ट रहती है।
- नारियल के लड्डू – नारियल के लड्डू का आप अपने भगवान को भोग भी लगा सकते है और खुद बहु खा सकते है। ऐसा जरुरी नही होता की हर समय आप कुछ बना ही पाये इसके लिए आप व्रत शुरू होने पर नारियल के लड्डू बनाकर रख ले। जिसे आप जब चाहे खा सकते है या आपके घर कोई आए उसे भी खिला सकते है। नारियल के लड्डू का स्वाद बहुत ही लाजवाब होता है। इसे बनाना भी आसान है ना इसमें ज्यादा समय लगता है और ना ही सामग्री तो झट से लड्डू बनाकर तैयार करे।
- व्रत की नमकीन – कुछ लोग ऐसे भी होते है जो व्रत तो रखते है लेकिन उनसे ज्यादा देर तक भूका नहीं रहा जाता। उनके लिए व्रत की नमकीन बहुत बेस्ट है। इसे आप व्रत शुरू होने पर बनाकर रख ले और अपने व्रत में रोजाना इसका सेवन करे इससे आपको बार बार भूक भी नही लगेगी और आपका व्रत भी आसानी से पूरा हो जाएगा। व्रत की नमकीन को बनाना बहुत ही आसान है इसमें साबूदाना, मखाने, आलू चिप्स और भी बहुत सी चीज़े डाली जाती है जो सब व्रत में खाई जाती है। इसका स्वाद भी बहुत स्वादिष्ट और लाजवाब होता है जो सभी को पसंद आता है।
- आलू का हलवा-आलू का हलवा बहुत स्वादिष्ट होता है। यह हलवा ज्यादातर व्रत के समय में बनाया जाता है। इसे बनाना भी बहुत ही आसान है। आप नवरात्रों में आलू का हलवा बनाकर खुद खा सकते हैं और दूसरों को भी खिला सकते हैं
ऊपर दिए गए सभी व्रत में खाई जाने वाली चीज़े है। व्रत में जरुरी होता है की आप अच्छे, शुद्ध और फलहार के सामान का प्रयोग करे तो उसके लिए यह सभी व्यंजन आपके लिए फायदेमंद है। अपनी पसंद और जरुरत के अनुसार आप इन्हें बनाये और व्रत में इनका सेवन करे। आपको इनका स्वाद भी अच्छा लगेगा और आपका व्रत भी बिना किसी परेशानी के पूरा हो जाएगा। तो देर किस बात की नवरात्रे दूर नही है आज से ही शुरू हो जाए और स्वादिष्ट चीज़े बनाये।Welcome to my Blog Food Lovers -
साबूदाना पुलाव की रेसिपी
साबूदाना पुलाव का स्वाद तो वैसे सालभर आप कभी भी ले सकती हैं लेकिन ये सात्विक भोजन है जिसे आप नवरात्र में भी खा सकती हैं।साबूदाना पुलाव का स्वाद तो वैसे सालभर आप कभी भी ले सकती हैं लेकिन, ये सात्विक भोजन है जिसे आप नवरात्र में भी खा सकती हैं। नवरात्र का व्रत सभी महिलाएं अन्न के बिना रखती हैं। साबूदाना आटे चावल की तरह अन्न नहीं माना जाता इसे सात्विक खाने की लिस्ट में रखा गया है यही वजह है कि आप नवरात्र के व्रत में साबूदाना का पुलाव खा सकती हैं।साबूदाना का पुलाव ही नहीं बल्कि आप साबूदाना के खिचड़ी, वड़ा सभी खा सकती हैं। अब आपको टेस्टी एंड हेल्दी साबूदाना की खिचड़ी बनाना सीखाते हैं जिसे आाप नवरात्र के दिनों में खा सकती हैं।साबूदाना पुलाव बनाने की सामग्री
- 3/4 कप साबूदाना
- 2 छोटे आलू
- आधा कप मूंगफली
- 3 हरी मिर्च बारीक कटी हुई
- सेंधा नमक स्वादानुसार
- 2 बड़े चम्मच घी
- 1 छोटा चम्मच नींबू रस
- 1 बड़ा चम्मच बारीक कटा हरा धनिया
- डेढ़ कप पानी
साबूदाना पुलाव बनाने की विधि
साबूदाना पुलाव बनाने से पहले आप एक बात जरुर ध्यान में रखें कि आपको जब भी इसे बनाना हो आप उससे 2-3 घंटे पहले साबूदाना को पानी में भिगों दें। पानी में भिगोने पहले 5-7 बार आप साबूदाना को अच्छे से पानी से धोकर साफ भी कर लें इससे पुलाव का स्वाद अच्छा आता है।इस बीच का पुलाव बनाने के लिए आलू के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर एक प्लेट में रख लें।अब आप कढ़ाई लें और उसे गैस पर रख कर गर्म होने दें। कढ़ाई में 1 चम्मच घी डालें और इसमें मूंगफली को फ्राई कर लें।इसी कढ़ाई में मूंगफली को फ्राई करने के बाद आप कटी हुई हरी मिर्ची के साथ आलू को भी फ्राई कर लें। जब आलू अच्छे से फ्राई होने लगे तब आप इसमें थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर मिक्स कर लें और इसे ढककर 2-4 मिनट के लिए रख दें इससे आलू अच्छे से गल जाएंगें।पानी में भिगा साबूदाना अब तक काफी फूल चुका होगा इसका सारा पानी निकालकर आप चाहें तो इसे 1-2 बार और अच्छे से धो लें। साबूदाना का पानी निकालकर आप इसे इसी कढ़ाई में डालें और आलू, मूंगफली और हरी मिर्ची के साथ अच्छे से मिक्स कर लें। साबूदाने पकाने के लिए आप वापस कढ़ाई को 4-5 मिनट के लिए ढक दें पानी में अच्छे से भीग चुके साबूदाना को पकने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। साबूदान पुलाव जब पक जाए तो आप गैस बंद कर दें।साबूदाना का पुलाव तैयार है आप इसे किसी प्लेट में निकालकर अच्छे से धनिये की हरी पत्तियों से गार्निश कर सकती हैं।कुकिंग टिप्स- आप चाहें तो मूंगफली के साथ या मूंगफली की जगह साबूदाना पुलाव में काजू, किशमिश बादाम भी डाल सकती हैं ये आपके पुलाव के स्वाद को और भी बढ़ा देगा।Welcome to my Blog Food Lovers -
सत्तू के पराठे की विधि
Sattu Ka Paratha Recipe | सत्तू का पराठासत्तू का पराठा, सत्तू से बनने वाले सबसे अच्छे व्यंजनों में से एक है। ये मसालेदार होते हुए भी पौष्टिक और पाचक होता है। सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)खाने के बाद आपको कुछ और खाने की जरूरत नहीं होती है। सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)आप अचार या बैंगन के भर्ता के साथ खा सकते हैं। तमाम दूसरे भरवा पराठों से सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)अलग है। इसमें फिलिंग के लिए सब्जी के बजाय अनाज का ही इस्तेमाल होता है। आखिर सत्तू के पराठा का सत्तू चना से ही तो बनता है।हम लोग पूर्वी उत्तर प्रदेश का हिस्सा हैं। और गांव भी हमारा अक्सर आना जाना होता था। इसलिए बचपन से सत्तू हमारे खानपान का हिस्सा रहा है। गर्मी की छुट्टियों में जब हम गांव जाते तो अक्सर सुबह के नाश्ते में सत्तू से बने आइटम मिल जाते । कभी सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)होता , कभी सत्तू नमकीन सत्तू की लिट्टियां, कभी मीठे सत्तू का गाढ़ा शर्बत तो कभी मसालेदार सत्तू का ड्रिंक। सत्तू के साथ अच्छी बात ये होती है कि इसके खाने के बाद खूब प्यास लगती है। हमें याद है सत्तू खाने के एक दो घंटे बाद तक पानी पीने का सिलसिला ही चलता रहता है। दरअसल सत्तू में पानी को सोखने की गजब की क्षमता होती है। सत्तू में गेंहू के आटे से दोगुना पानी लग जाता है। और इसीलिए सत्तू खाने के बाद खूब प्यास लगती है।हालांकि अगर आपने सत्तू का सेवन किया है तो गर्मी में लू लगने की संभावना करीब करीब खत्म हो जाती है। क्योंकि सत्तू तेज गर्मी में भी डिहाइड्रेशन नहीं होने देता है। सत्तू फाइबर से भरपूर होता है इसलिए ये आसानी से पच भी जाता है। सत्तू की ना जाने कितनी खूबियां हैं। चना से बना है इसलिए इसमें प्रोटीन भरपूर होता है। सत्तू का सेवन करने के लिए इसे पकाने की जरूरत नहीं होती है क्योंकि ये भुने हुए चना से ही बनता है। दरअसल इससे ज्यादा शानदार फास्ट फूड कोई है ही नहीं।सत्तू को आप रख लीजिए महीनों तक खराब नहीं होगा। जब मन करे सत्तू में पानी डालिए, नमक, नींबू और पिसी मिर्च मिलाइए और बस पी जाइए। दो गिलास नमकीन सत्तू लेने के बाद और कुछ खाने की जरूरत नहीं रह जाएगी। पुराने जमाने में लबीं यात्रा में लोग सत्तू ही बांध कर ले जाते थे। क्योंकि अगर साथ में सत्तू और नमक है तो बस पानी मिलते ही पेट भरा जा सकता है। खैर अब तो इसकी जरूरत नहीं है। अब आप कहीं भी जाएं खाने की चीजें मिल जाती हैं।बिहार के मशहूर लिट्टी चोखा की लिट्टी में भी सत्तू की ही फिलिंग होती है। बिहार में तो आप गर्मियों में आम के पना के साथ-साथ नमकीन और ठंडे सत्तू को भी हर बडे़ चौराहे पर पा सकते हैं।सत्तू का लड्डू भी बेसन के लड्डू की तरह ही शानदार होता है। हमारे सास-ससुर को सत्तू बेहद पसंद है । वे हमेश घर में सत्तू रखते हैं। उन दोनों को डायबिटीज है ऐसे में सत्तू उनके लिए बढ़िया नाश्ता हो जाता है।सत्तू मूल रूप से चने से ही बनता है। चने को पहले भून लिया जाता है। उसके छिलके निकाल दिए जाते हैं और फिर पीस लिया जाता है। बस कभी भी खाने के लिए सत्तू तैयार है। हमारे इलाहाबाद में सत्तू थोड़ा अलग तरीके से बनाया जाता है। इसमें भुने हुए चने के अलावा भुने हुए जौ का भी इस्तेमाल होता है। भुने हुए चने और जौ के बीच तीन और एक का अनुपात होता है। फिर इन दोनों को एक साथ पीस लिया जाता है। जौ का आटा मिलाने से इसमें जौ की खूबी भी आ जाती हैं। जौ फाइबर से भरपूर अनाज है और आजकल मल्टीग्रेन आटे में इसे मिलाया जाता है।वैसे सत्तू आजकल देश के हर हिस्से में मिल जाता है। लेकिन अगर दिक्कत हो रही है तो भुना हुआ चना खरीद लाइए और इसे मिक्सर में पीस लीजिए।सत्तू के पराठा में फिलिंग सत्तू से तैयार होती है। इसमें सत्तू के अलावा तरह-तरह के मसाले डालकर स्वादिष्ट फिलिंग बनाई जाती है। सत्तू की फिलिंग अच्छी बन गई तो समझिए का आपका सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)अच्छा बनेगा ही। आइए देखते हैं सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)बनाने के लिए किन-किन चीजों की जरूरत होती है।सत्तू का पराठा के लिए सामग्रीगेहूं आटा 200 ग्रामसत्तू 100 ग्रामप्याज 1लहसुन 4 कलीअदरक एक इंचधनिया की पत्ती 2 बाद चम्मचहरा मिर्च 2आमचूर एक चम्मचजीरा एक चम्मचदालचीनी एक चम्मचअजवाइन एक चम्मचघी 2 बड़ा चम्मचसत्तू का पराठा कैसे बनाएंगेहूं के आटे को चाल कर उसमें एक छोटा चम्मच घी डाल दें। आटे में एक चुटकी नमक और एक चम्मच अजवाइन भी डाल दें।अब गेहूं के आटे को पानी डालकर गूंथ लें। सत्तू के पराठा के लिए आटा ना तो ज्यादा सख्त होना चाहिए ना ही नरम। आटो को १० मिनट के लिए ढक कर रख दें।इस बीच में सत्तू के पराठे (Sattu Ke Parathe) के लिए फिलिंग की तैयारी कर लीजिए।प्याज को महीन काट लें। अदरक को कद्दूकस कर लें। लहसुन को कूट लें या फिर कद्दूकस कर लें। हरी धनिया और हरी मिर्च को भी महीन काट लें। जीरा को भून कर पीस लें। दालचीनी को भी पीस लें।सत्तू को चाल लें। सत्तू में घिसा हुआ अदरक,घिसा हुआ लहसुन, हरी धनिया, हरी मिर्च, नमक, आमचूर, जीरा, अजवाइन और दालचीनी पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दें।गेहूं के आटे की लोई बनाकर उसे चपटे आकार में थोड़ी बड़ी सी कर लें। अब इस लोई में करीब दो चम्मच सत्तू का मिश्रण भरकर लोई का मुँह बंद कर दें।एक बार फिर लोई को हल्के हाथों से गोल आकार में बेल लें।तवा के मीडियम आंच पर गर्म करके सत्तू के पराठे (Sattu Ke Parathe) को उसके ऊपर डाल दें।एक तरफ पराठा हल्का से सिंक जाए तो इसे पलटकर घी लगा दें। इसी तरह दूसरी तरफ भी पलटकर घी लगा दें। अब पराठे को उलट-पुलट कर लाल रंग के चकते आने तक सेंक लेंलीजिए आपका लजीज सत्तू का पराठा (Sattu Ka Paratha)तैयार है। सत्तू के पराठे (Sattu Ke Parathe) को बैंगन के भरता के साथ खाइए।Welcome to my Blog Food Lovers